घर का वो आँगन भरा पूरा था कभी आज देख कर वीरानगी आँसू बहाती बूढ़ी आँखे ! घर का वो आँगन भरा पूरा था कभी आज देख कर वीरानगी आँसू बहाती बूढ़ी आँखे !
खुदको साबित करके उड़ाने है सबके होश। खुदको साबित करके उड़ाने है सबके होश।
बस ऐसा ही होता है न पहला प्यार। बस ऐसा ही होता है न पहला प्यार।
आत्मविस्वास के बल पर ही दर्द से मुक्ति और मुस्कुराहट से दोस्ती होती हैं आत्मविस्वास के बल पर ही दर्द से मुक्ति और मुस्कुराहट से दोस्ती होती हैं
जीने की अगर जो ख्वाहिश है, जीवन को तू आसान बना। जीने की अगर जो ख्वाहिश है, जीवन को तू आसान बना।
राह निहारे इंतज़ार में कोई कभी तो आएगा मन का पंछी किसी समय तो मीठी राग सुनाएगा राह निहारे इंतज़ार में कोई कभी तो आएगा मन का पंछी किसी समय तो मीठी राग ...